थियरफेल्ड का कहना है कि छड़ें हटा लेने के बाद वहां नाभिकीय प्रक्रिया संभव नहीं है।
2.
थियरफेल्ड का कहना है कि छड़ें हटा लेने के बाद वहां नाभिकीय प्रक्रिया संभव नहीं है।
3.
लेकिन वह एक नाभिकीय प्रक्रिया है, यदि उस तरह से स्वर्ण बनाना संभव हो भी जाए तो वह प्रकृति में प्राप्त स्वर्णँ से कई सौ या हजार गुना महंगा हो सकता है।
4.
अब सवाल यह है की यही नाभिकीय प्रक्रिया सूर्य के भीतर शुरू हुए हजारो वर्ष हो चुके है पर फिर भी सूरज श्रुखलाबध्द तरीके से आज तक लगातार क्यों जल रहा है?
5.
लेकिन वह एक नाभिकीय प्रक्रिया है, यदि उस तरह से स्वर्ण बनाना संभव हो भी जाए तो वह प्रकृति में प्राप्त स्वर्णँ से कई सौ या हजार गुना महंगा हो सकता है।
6.
द्रुत प्रजनक परमाणु भट्टी की ये विशेषता होती है कि वह जितना ईंधन जलाती है, कुछ विशिष्ट नाभिकीय प्रक्रिया से, उससे ज्यादा ईंधन निर्माण करती है जो रासायानिक प्रक्रिया करने के बाद परमाणु भट्टियों में इस्तेमाल किया जाता है.